जियो आईपीओ पर मुहर
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 48वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) 2025 में ऐतिहासिक घोषणा करते हुए जियो आईपीओ की घोषणा की। यह रिलायंस का किसी बड़ी यूनिट का पहला सार्वजनिक निर्गम है, जो 2006 में रिलायंस पेट्रोलियम के बाद हो रहा है।
शेयर बाज़ार की प्रतिक्रिया
परंपरा को जारी रखते हुए, एजीएम के दिन रिलायंस का शेयर लगभग ₹40 गिरा। विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले चार सालों की तरह इस बार भी निवेशकों ने एजीएम घोषणाओं के बीच मुनाफा वसूली की।
गोल्डन डिकेड का विज़न
मुकेश अंबानी ने दोहराया कि 2028 तक रिलायंस का EBITDA दोगुना से अधिक होगा, जो 2022 में घोषित लक्ष्य का हिस्सा है।
दो नए बिज़नेस इंजन – RCPL और रिलायंस इंटेलिजेंस

अंबानी ने दो नए बड़े बिज़नेस इंजन पेश किए – RCPL (रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड) और रिलायंस इंटेलिजेंस। उनका मानना है कि ये दोनों यूनिट्स भविष्य में मौजूदा कारोबार से भी बड़े हो सकते हैं।
ग्रीन एनर्जी पर फोकस
अंबानी ने कहा कि आने वाले वर्षों में न्यू एनर्जी बिज़नेस रिलायंस की सबसे बड़ी ताकत बनेगा। उन्होंने अनुमान जताया कि यह कारोबार अगले 5–7 सालों में ऑयल-टू-केमिकल्स (O2C) से भी बड़ा हो सकता है।
आगे की दिशा
टेलीकॉम से लेकर रिटेल और ऑयल से लेकर क्लीन एनर्जी तक, रिलायंस अपने बिज़नेस पोर्टफोलियो को और मजबूत कर रहा है। अंबानी ने विश्वास दिलाया कि “रिलायंस का सबसे अच्छा दौर अभी बाकी है।
अस्वीकरण:- यह लेख रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की एजीएम 2025 में साझा की गई सार्वजनिक जानकारी और विशेषज्ञ टिप्पणियों पर आधारित है। यह केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी भी प्रकार की निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
