tcs q1 results
देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1FY26) के लिए मिला-जुला प्रदर्शन दर्ज किया है। वैश्विक आर्थिक सुस्ती और आईटी खर्च में कटौती के चलते कंपनी के मुनाफे में थोड़ी गिरावट देखने को मिली है।
Q1FY26 में TCS का शुद्ध लाभ ₹11,800 करोड़
कंपनी ने अप्रैल-जून 2025 तिमाही में ₹11,800 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में ₹12,040 करोड़ था। यह मामूली गिरावट प्रतिस्पर्धी दबाव और मार्जिन में कमी को दर्शाती है।
राजस्व में 1.3% की बढ़ोतरी, लेकिन स्थिर मुद्रा के आधार पर 3% की गिरावट

इस तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व ₹63,437 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष ₹62,613 करोड़ से 1.3% अधिक है। हालांकि, स्थिर मुद्रा (Constant Currency) के आधार पर यह 3% नीचे रहा, जिससे वैश्विक बाज़ारों में मंदी का असर झलकता है।
कर्मचारी छोड़ने की दर बढ़ी, लेकिन 5,000+ नए जॉइनिंग्स भी हुईं
TCS की LTM (Last Twelve Months) एट्रिशन दर Q1FY26 में 13.8% रही, जो कि पिछले तिमाही (Q4FY25) में 13.3% थी। हालांकि, कंपनी ने 5,000 से अधिक नए कर्मचारियों को इस तिमाही में जोड़ा, जिससे भविष्य के प्रोजेक्ट्स को लेकर विश्वास झलकता है।
30 जून 2025 तक, TCS का कुल वर्कफोर्स 613,069 तक पहुंच गया, जो कि पिछली तिमाही में 607,979 था।
आगे की रणनीति: ऑटोमेशन और AI में निवेश पर फोकस
TCS अब क्लाइंट सस्टेनेबिलिटी, ऑपरेशनल एफिशिएंसी और जेनरेटिव AI जैसी तकनीकों में निवेश पर जोर दे रही है। अमेरिका और यूरोप में खर्च कम होने के बावजूद, कंपनी उभरते बाजारों और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर आधारित सेवाओं से ग्रोथ की उम्मीद कर रही है।
डिस्क्लेमर:- यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध वित्तीय आंकड़ों और TCS की तिमाही रिपोर्ट के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी किसी अन्य समाचार स्रोत से कॉपी नहीं की गई है। यह केवल सूचना उद्देश्य के लिए है।
