Ola Electric Q1 FY26 Results
भविष्य अग्रवाल के नेतृत्व वाली ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में ₹428 करोड़ का समेकित शुद्ध घाटा दर्ज किया है। पिछले वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को ₹347 करोड़ का घाटा हुआ था, जिससे यह घाटा और अधिक गहरा हो गया है।
कंपनी की ऑपरेटिंग आय में भारी गिरावट
वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी की संचालन से होने वाली आय ₹828 करोड़ रही, जो कि पिछले वर्ष की पहली तिमाही में ₹1,644 करोड़ थी। यह 50% की साल-दर-साल (YoY) गिरावट को दर्शाता है। ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री में यह गिरावट इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में मांग की सुस्ती और प्रतिस्पर्धा में वृद्धि के कारण हुई है।
EBITDA घाटा बढ़कर ₹237 करोड़ पहुंचा

ओला इलेक्ट्रिक का EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय) घाटा ₹237 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹205 करोड़ था। कंपनी का कहना है कि यह घाटा नए उत्पाद विकास, निर्माण विस्तार और अनुसंधान में किए गए निवेश के कारण हुआ है।
घाटे के बावजूद शेयरों में उछाल
वित्तीय परिणामों के बावजूद, ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में तेजी देखने को मिली। कंपनी के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 5% से अधिक की बढ़त के साथ ₹41.92 प्रति शेयर पर बंद हुए। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को कंपनी की आगामी लॉन्च योजनाओं और निर्यात रणनीतियों से उम्मीदें हैं।
भविष्य की राह चुनौतीपूर्ण लेकिन उम्मीद से भरी
भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में संभावनाएं तो हैं, लेकिन चुनौतियां भी कम नहीं हैं। ओला इलेक्ट्रिक को मांग में उतार-चढ़ाव, सरकारी नीतियों में बदलाव और लागत के दबाव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आने वाले तिमाहियों में कंपनी की रणनीति और प्रदर्शन पर नजर बनी रहेगी।
डिस्क्लेमर:- यह लेख 14 जुलाई 2025 तक उपलब्ध सार्वजनिक वित्तीय आंकड़ों और शेयर बाजार की जानकारी पर आधारित है। यह केवल सूचना के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी निवेश सलाह या सिफारिश नहीं मानी जानी चाहिए।
