
देश की प्रमुख प्राकृतिक संसाधन कंपनी वेदांता लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए ₹7 प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश (इंटरिम डिविडेंड) घोषित किया है। यह डिविडेंड कुल ₹2,737 करोड़ के भुगतान को दर्शाता है, जिससे कंपनी की शेयरधारकों को उच्च लाभ लौटाने की प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है।
इस डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड तिथि 24 जून 2025 तय की गई है। इस तिथि तक जिन निवेशकों के पास वेदांता के शेयर होंगे, वे इस लाभांश के पात्र होंगे।
पूंजी निवेश के बीच शेयरधारकों को प्राथमिकता
कंपनी वर्तमान में तेल, गैस, धातु और ऊर्जा क्षेत्रों में कई पूंजीगत परियोजनाओं पर काम कर रही है, लेकिन इसके बावजूद वेदांता अपने निवेशकों को लाभ पहुंचाने की नीति पर कायम है। यह घोषणा कंपनी की मजबूत पूंजी प्रबंधन रणनीति और निवेशकों के प्रति विश्वास का संकेत देती है।
पिछले कुछ वर्षों में वेदांता ने पूंजी आवंटन को संतुलित रखते हुए डिविडेंड वितरण, कर्ज में कमी और विकास परियोजनाओं में निवेश को प्राथमिकता दी है।
निवेशकों के लिए क्या है मायने?
₹7 प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश निवेशकों को मजबूत रिटर्न देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे वेदांता के शेयरधारकों को वर्तमान आर्थिक अनिश्चितता के बीच निश्चित लाभ प्राप्त होगा।
जिन निवेशकों के पास 24 जून 2025 तक वेदांता के शेयर होंगे, उन्हें इस डिविडेंड का भुगतान किया जाएगा। भुगतान की तारीख कंपनी की नीति अनुसार जल्द ही घोषित की जाएगी।
रणनीतिक वित्तीय प्रबंधन
वेदांता की वित्तीय रणनीति में शामिल है:
- एक स्थिर और लाभदायक डिविडेंड नीति
- बैलेंस शीट से कर्ज को कम करना
- उच्च लाभ देने वाली परियोजनाओं में निवेश
यह लाभांश घोषणा कंपनी की वित्तीय मजबूती और बाज़ार में भरोसे का संकेत है|
डिस्क्लेमर:- यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी निवेश सलाह के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।